Qayamat

जिक्र होता है जब क़यामत का, तेरे जलवो की बात होती है
जिस तरफ होती है नजर तेरी, उस तरफ कायनात होती है !!

Khuda

तेरा ज़िक्र..तेरी फ़िक्र..तेरा एहसास..तेरा ख्याल…
तू खुदा तो नहीं…. फिर हर जगह क्यों  है…!!