Shakl शक्ल जब बस गई आँखों में तो छुपना कैसा दिल में घर करके मेरी जान ये परदा कैसा Share this:TwitterFacebookLike Loading...
Shakl वो शक्ल पिघली तो हर शै में ढल गई जैसे अजीब बात हुई है उसे भुलाने में Share this:TwitterFacebookLike Loading...