Wasl कट गई झगड़े में सारी रात वस्ल-ए-यार की शाम को बोसा लिया था, सुबह तक तक़रार की Share this:TwitterFacebookLike Loading...
Nazar शाम तक सुबह की नज़रों से उतर जाते हैं, इतने समझौतों पे जीते हैं कि मर जाते हैं… Share this:TwitterFacebookLike Loading...