ये मोहब्बत है, सुन, ज़माने, सुन!
इतनी आसानियों से मरती नहीं
Tag: jamana
Muhabbat ka aitbaar
उसे किसी की मुहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है
ये मोहब्बत है, सुन, ज़माने, सुन!
इतनी आसानियों से मरती नहीं
उसे किसी की मुहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है