रख लो दिल में संभाल कर थोड़ी सी याद मेरी….
रह जाओगे जब तन्हा, तो काम आएंगे हम…
Category: Yaad / Bhulna Shayri
Shiddat
मेरे शब्दों को इतनी शिद्दत से पढ़ा ना करो,
कुछ याद रह गया तो हमें भूल नहीं पाओगे !!
Kagaz
हम याद रहे तो ठीक वर्ना #भुला देना
हुई हो अगर खता हमसे तो #सजा देना।
वैसे तो हम #कोरे_कागज़ की तरह है.,
लिखा जाए तो ठीक वर्ना #जला ♨ देना।।
Sawera
उनकी रातो की यादो से,
थोड़ी मोहलत क्या मिली
सवेरा ही हो गया…!!
Roshan
अभी तक दिल में रोशन हैं तुम्हारी याद के जुगनू
अभी इस राख में चिन्गारियाँ आराम करती हैं
Udas
उदास कर देती है, हर रोज ये शाम मुझे ..!! यूँ लगता है, जैसे कोई भूल रहा हो, मुझे आहिस्ता आहिस्ता..!!
Bhulna
उसने लिखा ‘मुझे भूल जाओ’
हमने भी जवाब दिया ‘कौन हो तुम’?
Sardiya
फिर पलट रही है सर्दियो की सुहानी शामें,
फिर उसकी याद में जलने का ज़माना आ गया
Zakhm
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
Dhadkan
कहीं रुक ना जाये मेरे दिल की धड़कने
थक गया है दिल तुझे याद करते करते