Nigah सोचा था नही करेगे कभी किसी से मोहब्बत… पर तुम्हारी उन निगाहो ने… मेरे दिल को ही मेरे खिलाफ कर दिया… Share this:TwitterFacebookLike Loading...
Manzil पाँव उठ सकते नहीं मंज़िले -जानाँ के ख़िलाफ़ और अगर होश की पूछो तो मुझे होश नहीं Share this:TwitterFacebookLike Loading...