Zakhm शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में, जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं। Share this:TwitterFacebookLike Loading...
Wasl वस्ल का दिन और इतना मुख़्तसर दिन गिने जाते थे इस दिन के लिये Share this:TwitterFacebookLike Loading...