Bewafai

जिसकी मुहब्बत में मरने के लिए तैयार थे हम
आज उसी की बेवफाई ने हमे जीना सीखा दिया

Bewafa

मिल ही जाएगा हम को भी कोई ना कोई टूट के चाहने वाला..
अब शहर का शहर तो बेवफा नही होता….

Farmaana

मैं जो कहता हूँ कि मरता हूँ तो फ़रमाते हैं
कारे-दुनिया न रुकेगा तेरे मर जाने से

Dil

हज़ारों दिल मसल कर पाँवों से झुँझला के फ़रमाया, 
लो पहचानो तुम्हारा इन दिलों में कौन सा दिल है ।

Dil

ये दिल लेते ही शीशे की तरह पत्थर पे दे मारा, 
मैं कहता रह गया ज़ालिम मेरा दिल है, मेरा दिल है । 

Kalam

ऐसा लगता है लहू में हमको, कलम को भी डुबाना चाहिए था
अब मेरे साथ रह के तंज़ ना कर, तुझे जाना था जाना चाहिए था

Shayerana

मुझसे पहले वो किसी और की थी, मगर कुछ शायराना चाहिए था
चलो माना ये छोटी बात है, पर तुम्हें सब कुछ बताना चाहिए था