Adakari

थक  गया  हैं  दर्द  भी,
अपनी  अदाकारी  करते  करते….
ए  ख़ुशी,
कभी  तू  भी  अपना  किरदार  निभा  दे….

Dard

मुझको ढूँढ ही लेता है रोज किसी न किसी बहाने से
दर्द हो गया है अब वाकिफ मेरे हर ठिकाने से।

Bardasht

“कर लेता हूँ बर्दाश्त तेरा हर दर्द इसी आस के साथ..
की खुदा नूर भी बरसाता है, आज़माइशों के बाद”.!!!

Aansu

पलकों में आंसू और दिल में दर्द सोया है
दिल तोड़ने वाला क्या जाने
रोने वाला किस कदर रोया है ।