Zakhm

मेरें जख्मों पर उसने भी मरहम लगाया, ये कहकर…
कि जल्दी से ठीक हो जाओ, अभी तो और भी जख्म देने बाकि है….

Zakhm

शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।