Bewafai

जिसकी मुहब्बत में मरने के लिए तैयार थे हम
आज उसी की बेवफाई ने हमे जीना सीखा दिया

Ashk

जिस तरह हँस रहा हूँ मैं पी-पी के अश्क-ए-ग़म 
यूँ दूसरा हँसे तो कलेजा निकल पड़े